रिपोर्टर/अमित कुमार सकलडीह महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर सोमवार को स्वर्गीय रामविलास सिंह महिला महाविद्यालय पचफेड़वा में चल रही तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। अंतिम दिन विकासखंड नौगढ़, बरहनी, चहनिया शिक्षक संकुल एवं एआरपी शिक्षक मौजूद रहे। मुख्य अतिथि उमेशचन्द्र मिश्र अपर जिलाधिकारी ने मां सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डायट प्राचार्य डॉ० माया सिंह ने मुख्य अतिथि को अंग वस्त्र, पुष्पगुच्छ, एवं स्मृति चिन्ह देकर डायट प्रशासन की ओर से सम्मानित किया।
अपर जिलाधिकारी उमेश चन्द्र मिश्र ने कहा कि देश की शिक्षण की समृद्ध परंपरा में शिक्षकों का योगदान अतुलनीय है। निपुण लक्ष्य की प्राप्ति में उनकी भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों में राष्ट्रीयता का भान कराना शिक्षकों का उत्तरदायित्व है। बच्चों के सर्वांगीण विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति मार्टिन लूथर किंग का उद्धरण देते हुए कहा कि किसी देश की समृद्धि का बेहतर पैमाना उनकी नागरिकों के चारित्रिक विकास को देखना है। वही डायट प्राचार्य डा. माया सिंह ने कहा प्रशासनिक कार्यों में योजनाओं का सर्वाधिक महत्व है। किसी भी योजना के लक्ष्य को अनुशासन एवं उत्तरदायित्व द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। शिक्षकों का उत्तरदायित्व एवं जवाबदेही को नये सिरे से तय देखने की आवश्यकता है।
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