संवाद व विमर्श और विचार से शिक्षा का बढ़ा महत्व: प्राचार्य - ABR NEWS

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रविवार, 30 जुलाई 2023

संवाद व विमर्श और विचार से शिक्षा का बढ़ा महत्व: प्राचार्य

रिपोर्टर/अमित कुमार सकलडीहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तृतीय वर्षगांठ पर शनिवार को देश की राजधानी नई दिल्ली के नवनिर्मित भारत मंडपम में आयोजित प्रथम कार्यक्रम अखिल भारतीय शिक्षा समागम का सीधा प्रसारण में शिक्षक और बच्चे शामिल हुए। इस दौरान राष्ट्रीय शिक्षा निति की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में बच्चों ने विस्तार से जानकारी लिया।
प्राचार्य प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रज्ञा पूर्ण सम्बोधन से देश के युवाओं का हौसला बढ़ा है। प्रधानमंत्री का संदेश शिक्षा के साथ संवाद, विचार और विमर्श जरूरी है। राष्ट्रीय शिक्षा के तृतीय वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री द्वारा 22 क्षेत्रीय भारतीय भाषा में पुस्तकों का विमोचन कर भारत के भविष्य में छात्रों को एक नया आयाम दिया है। भारत नई संभावनाओं की नर्सरी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत समान शिक्षा समान अवसर प्रदान करेगी। 

यूएन में प्रधानमंत्री के संबोधन अपनी भाषा में करते है तब उपस्थित दुनिया के राष्ट्रीय अध्यक्षों का ध्यानाकर्षण भारत की ओर दिखाई पड़ता है। यह गौरव की बात है। प्रधानमंत्री के प्रयास से आजादी के अमृत महोत्सव काल 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र के रूप में होगा। इस मौके पर प्रोफेसर विजेंदर सिंह, डॉ इंद्रजीत सिंह, डॉक्टर वंदना मिश्रा, डॉ पवन कुमार ओझा, डॉ श्याम लाल यादव ,डॉ अभय कुमार वर्मा, डॉ प्रवीण रंजन मिश्रा आदि रहे। वही राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तृतीय वर्षगांठ  के शुभ अवसर पर पू. मा. विद्यालय नईबाजार सकलडीहा में प्रधानमंत्री द्वारा अखिल भारतीय शिक्षा समागम के उदघाटन सत्र का सीधा प्रसारण बच्चे और अभिभावकों को दिखाया गया। इस मौके पर विद्यालय के प्र. अ. जमील अहमद ,अरुण रत्नाकर, धर्मराज ,सतीश सहित अन्य ग्रामीण भी उपस्थित रहे।

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