रिपोर्टर/अमित कुमार सकलडीहा कस्बा स्थित प्राचीन शिव मंदिर और कॉलेश्वर मंदिर सहित अन्य सरोवरों के समीप बुधवार को माताओं ने बेटों की लम्बी उम्र के लिये निराजल व्रत रखा। इस मौके प काफी संख्या में व्रती महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ा था। देर शाम तक विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद महिलायें घर लौटी।
जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर सुबह से ही महिलाओं ने निराजल व्रत रखा था। शाम होते ही महिलायें सकलडीहा, चतुर्भुजपुर, धरहरा, दुर्गापुर,ताजपुर,ईटवा, तेनुवट, खड़ेहरा,वथावर सहित अन्य सरोवरों पर पूजा सामाग्री के साथ महिलाओं ने विधि विधान से पूजा अर्चना किया। जिउतिया व्रत को लेकर मंदिर और सरोवर के घाटों पर साफ सफाई की व्यवस्था किया गया था। पुलिस प्रशासन के लोग भी महिलाओं की सुरक्षा में डटी रही। पुराणों के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को निराजल जीउतिया का व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि जो महिलायें निराजल व्रत रहकर राजा जीमूत वाहन की कथा सुनती है और मां दुर्गा की पूजा करती है। उनकी संतान दीर्घायु होता है। इस मौके पर ग्राम प्रधान मंजू वर्मा, अशोक कुमार, कस्बा प्रभारी त्रिवेणी तिवारी, धर्मदेव सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।
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