रिपोर्टर/अमित कुमार सकलडीहा पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क चौड़ीकरण के दौरान जेसीबी से जगह जगह खोदाई के कारण पेयजल की मेन सप्लाई की पानी कई जगह क्षतिग्रस्त होगया है।सकलडीहा कस्बा सहित आसपास के आधा दर्जन गांव में बीते 12 दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप है। जिसे लेकर कस्बावासियों ने सांसद और सकलडीहा विधायक व एसडीएम को अवगत कराया है।जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के निर्देश पर शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों ने जेसीबी से सुबह से पाइप खोजने में जुटे रहे।लेकिन जल निगम की मेन पाइप नही मिलने से आपूर्ति शुरू नहीं हो पाया।पेयजल आपूर्ति बाधित होने पर कस्बा में पानी की एक एक बूंद के लिये हाहाकार मचा हुआ है।जिसे लेकिर व्यापारियों ने आन्दोलन करने की चेतावनी दिया है।
जल जीवन मिशन के तहत डोर टू डोर पेयजल की आपूर्ति करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन जल जीवन मिशन और सड़क चौड़ीकरण के दौरान जगह जगह जेसीबी से खोदाई के दौरान कई जगह पाइप क्षतिग्रस्त होगया है।जिसके कारण कस्बा सहित नागेपुर,टिमिलपुर,तेन्दुई, ईटवा सहित आधा दर्जन गांव के हजारों उपभोक्ता पेयजल की समस्या से सुबह से लेकर शाम तक जूझ रहे है। पानी के लिये कुंआ से लेकर हैंडपंप से पानी ढो रहे है।वही दूसरी ओर सांसद विरेन्द्र सिंह और सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने कस्बावासीयों ने समस्या से अवगत कराया।डीएम के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों ने सुबह से ठीक कराने की प्रयास में जुटे रहे। लेकिन पेयजल की मेन सप्लाई की पाइप का पता नही होने के कारण आपूर्ति बाधित रहा।वही व्यापार मंडल अध्यक्ष केके सोनी ने रविवार तक पानी नही आने पर सोमवार को आन्दोलन की चेतावनी दिया।इस बाबत एसडीओ सियाराम यादव ने बताया कि काम चल रहा है। वर्षो पुरानी पाइप लाइन होने के कारण पता नही लगने से समस्या से हो रही है।शीध्र ही समस्या दूर कराया जायेगा।
इनसेट में..............
पच्चास साल पुरानी पाइप लाइन के कारण् बनी समस्या
वर्ष 1974 में टिमिलपुर में जल निगम की तीन लाख लीटर की टंकी बनाया गया है।यहां से करीब दो दर्जन से अधिक गांवों केा पानी सप्लाई होती है।पुरानी पाइप लाइन का कोई मैप नहीं होने के कारण अधिकारियों को पाइप लाइन का पता करने में मुश्किल हो रहा है। जिसके कारण कस्बा में पेयजल की समस्या खड़ी होगया है।नयी पाइप लाइन जल जीवन मिशन से बिछाये जाने के बाद भी पेयजल आपूर्ति नहीं हेा पा रहा है।
वर्ष 1974 में टिमिलपुर में जल निगम की तीन लाख लीटर की टंकी बनाया गया है।यहां से करीब दो दर्जन से अधिक गांवों केा पानी सप्लाई होती है।पुरानी पाइप लाइन का कोई मैप नहीं होने के कारण अधिकारियों को पाइप लाइन का पता करने में मुश्किल हो रहा है। जिसके कारण कस्बा में पेयजल की समस्या खड़ी होगया है।नयी पाइप लाइन जल जीवन मिशन से बिछाये जाने के बाद भी पेयजल आपूर्ति नहीं हेा पा रहा है।





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