रिपोर्टर/अमित कुमार/ सकलडीहा पीजी कॉलेज में शुक्रवार को राष्ट्रीय सेवा योजना तथा भारत स्काउट गाइड के संयुक्त तत्वाधान में पंडित रामकमल पांडेय सभागार में फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला चिकित्सालय की ओर से गांव गांव में फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता अभियान तहत महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजिति हुई। इस कार्यक्रम मे बचाव तथा इलाज की चर्चा की गई
जिला फाइलेरिया अधिकारी डॉ गुलशन आरा ने बताया कि उच्च शैक्षणिक संस्थानों में इस जन जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से भारत को वैश्विक लक्ष्य से 3 वर्ष पूर्व ही 2027 तक भारत को फाइलेरिया मुक्त बनाना है।इस अभियान के तहत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत हाथी पांव,फील पांव, बीमारी से बचाव हेतु डीईसी, बच्चों के पेट के कीड़े मारने की एल्बेंडाजोल और आइवरमोक्टिन दवा पिलाई जाएगी। इसके तहत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर दवा पिलाएंगे। अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी चक्कर खुजली या मितली जैसे लक्षण होते हैं तो इस बात का प्रतीक है कि उसे व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कृमि माइक्रोफाइलेरिया मौजूद है। दवा खाने के बाद माइक्रोफाइलेरिया के नष्ट होने से ऐसे लक्षण पैदा होते हैं।
यह दावा हाई ब्लड प्रेशर शुगर अर्थराइटिस या अन्य सामान्य रोगों से ग्रसित व्यक्ति को भी यह दवाएं अवश्य खानी चाहिए।प्राचार्य प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडेय ने बताया कि आप सभी प्राध्यापक एवं कर्मचारी तथा छात्र छात्रा इस जागरूकता अभियान के तहत स्वयं सहित अपने गांव गांव इस कार्यक्रम की सफलता हेतु लोगों को जागरूक करें।
तथा बरसात के दिनों में कीटनाशक का छिड़काव तथा गंदे जल को घर की छत तथा आसपास उसकी निस्तारण की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें। जिससे संक्रामक रोगों की फैलने की संभावना कम होगी। इस मौके पर दीप्ति शर्मा, सौम्या पांडेय, डॉ0 श्याम लाल सिंह यादव, डॉ0 अभय कुमार वर्मा, डॉक्टर अनिल तिवारी ,डॉक्टर जितेंद्र यादव,डॉक्टर यज्ञ नाथ पांडेय,शाहिद सहित छात्र आदि मौजूद रहे।





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