रिपोर्टर/अमित कुमार सकलडीहा ताजपुर मुख्यमार्ग पर रविवार को शाम चार बजे करीब बाइक सवार भाई बहन को टैंकर ने पीछे से धक्का मार दिया। जिससे 20 वर्षीय भाई गंभीर रूप से घायल होगया। वही बहन के सर पर टैंकर का पहिया चढ़ जाने से मौके पर मौत होगयी। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को सीधे जिला हास्पीटल पीएम के लिये भेज दिया। वही घायल भाई को सीएचसी इलाज के लिये ले गयी। थाने पर पहुंचे परिजनों ने टैंकर चालक को पकड़ने के बजाय कागज देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराने की बात पर ग्रामीण भड़क गये। वापस सेवखर भोजापुर राजवाहा के समीप मार्ग अवरूध कर पुलिस प्रशासन की मनमानी के खिलाफ विरोध जताने लगे। करीब आधा घंटा बाद तहसील प्रशासन और भाजपा नेता सूर्यमुनी तिवारी के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए।
सेवखर कला
गांव निवासी किसान मान्धाता पांडेय को दो पुत्र अनुज पांडेय व गणेश पांडेय व एक पुत्री रिमझिम उर्फ शिल्पी है। रिमझिम सकलडीहा इंटर कॉलेज की छात्रा थी। वह अपने भाई अनुज के साथ सकलडीहा कस्बा के अलीनगर तिराहे पर लगने वाली मीना बाजार में सामान खरीदने के लिये आयी हुई थी। सामान खरीद कर अपने भाई के साथ वापस घर जा रही थी। ताजपुर पेट्रोल पंप के समीप मुख्यमार्ग के पर पीछे से तेज रफ्तार में आ रही टैंकर के धक्के से बाइक सवार अंसतुलित हो गये। बाइक चला रहा भाई अपने बाये साइड में सड़क के किनारे गिर गया। वही बहन टैंकर के पहिये के नीचे आ गयी। जिससे उसकी दर्दनाक मौत होगयी। ग्रामीण कुछ समझते तबतक टैंकर वाला भाग निकला। भाई ने उठकर तुंरत घर वालों को फोन करके बताया। सूचना पर पहुंची केातवाली पुलिस ने टैंकर चालक को पकड़ने के बजाय शव को कब्जे में लेकर सीधे जिला हास्पीटल भेज दिया। भाई को इलाज के लिये सीएचससी ले गयी। थाने पर पहुंचे परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस टैंकर चालक को पकड़ने के बजाय बेटी के शव को बगैर परिजनों को दिखाये जिला पर भेज दिया। एक सादा कागज देकर रिपोर्ट लिखने की बात कहने पर ग्रामीण भड़क गये। थाने पर हो हल्ला मचाते हुए ग्रामीण सेवखर भोजापुर राहवाहा मार्ग पर पहुंचकर मार्ग अवरूद्ध कर विरोध जताने लगे। मौके पर तहसील और पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाने पर ग्रामीण शांत हुए। इस मौके पर तहसीलदार अजीत सिंह,सीओ रघुराज,सदर कोतवाल राजेश सिंह,सकलडीहा प्रभारी अशोक मिश्रा सहित अन्य पुलिस फोर्स मौजूद रहे।
इनसेट में..........
रूट नही बदला होता तो बच जाती बहन की जान
अनुज अपने बहन रिमझिम को लेकर भोजापुर होते हुए सकलडीहा पहुंचकर मीना बाजार गया था। लौटते समय बहन के कहने पर ताजपुर मार्ग से होते हुए घर जा रहा था। भाई बार बार सड़क पर पड़ी बहन की शव को देखकर रोते हुए कहा रहा था काश रूट नही बदला होता तो बच जाती जान। वही बेटी की मौत पर पिता मांधाता माता अमिता पांडेय भाई अनुज, उज्जवल पांडेय सहित परिजनों का रोते रोते बुरा हाल है।
रूट नही बदला होता तो बच जाती बहन की जान
अनुज अपने बहन रिमझिम को लेकर भोजापुर होते हुए सकलडीहा पहुंचकर मीना बाजार गया था। लौटते समय बहन के कहने पर ताजपुर मार्ग से होते हुए घर जा रहा था। भाई बार बार सड़क पर पड़ी बहन की शव को देखकर रोते हुए कहा रहा था काश रूट नही बदला होता तो बच जाती जान। वही बेटी की मौत पर पिता मांधाता माता अमिता पांडेय भाई अनुज, उज्जवल पांडेय सहित परिजनों का रोते रोते बुरा हाल है।
कोर्ट
काश सकलडीहा कस्बा में नही लगता मीना बाजार तो नही होती घटना कस्बे के लोगो का कहना है कि एक तो सकरा बाजार व चौराहा है वही रविवार को लग जाया करता है मीना बाजार जो कस्बे सहित आसपास के लोग सस्ते समान की खरीदारी के लिए आ जाया करते है पर जो हर रविवार को चौराहे से लेकर आस पास आने जाने वालों को काफी मस्कत का समना करना पड़ता है व जाम का मुख्य कारण भी बन जाता है।
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