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शनिवार, 23 नवंबर 2024

परचून विक्रेता ने घर में फांसी लगाकर किया खुदकुशी खुदकुशी

रिपोर्टर/अमित कुमार  सकलडीहा ईटवा गांव में शुक्रवार की दोपहर में परचून विक्रेता 38 वर्षीय विजय कुमार गुप्ता ने घर के पंखा में फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया।घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंचे सीओ राजेश कुमार राय व कोतवाल हरिनारायण पटेल ने घटना के बारे में परिजनों से जानकारी लेने के बाद शव को सीएचसी से पीएम के लिये जिला अस्पताल भेज दिया।परिजनों की ओर  पति पत्नी का आपसी विवाद बताया जा रहा है।


बलुआ थाना क्षेत्र के रामगढ़ निवासी गिरधारी गुप्ता के दो पुत्र विजय कुमार गुप्ता और अजय कुमार गुप्ता है।विजय की शादी चंदौली काटा विशुनपुरा में सोनी देवी से हुआ था।बीते सात आठ साल से विजय गुप्ता अपना परिवार लेकर ईटवा गांव में रहता था। घर पर ही परचून की दुकान खोला हुआ था।विजय को दो पुत्र गौरव और प्रिंस और एक पुत्री अराधना है।कल पत्नी सोनी देवी अपने बेटी को लेकर अपने रिश्तेदारी में शादी के लिये मोहनिया गयी हुई थी। शुक्रवार को घर पर अकेले गौरव और उसका पिता थे। दोपहर में करीब साढ़े बारह बजे दुकान बंद करके विजय ने अपने बेटा को पैसा देकर कुछ खाने की सामान लाने को बताया। बेटा सामान लेने के लिये गया हुआ था।वापस लौटने पर आगे का दरबाजा बंद रहा। बेटे ने पीछे के रास्ते से घर में घुसा तो पिता पंखा में साड़ी का फंदा लगाकर झूला हुआ था। बेटे ने ब्लेट से साड़ी काटकर पिता को चौकी पर लेटाया। 



घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। आनन फानन में मौके पर पहुंचे परिजन विजय को लेकर सीएचसी पहुंचे। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।सूचना पर पहुंचे सीओ राजेश कुमार राय व कोतवाल हरिनारायण पटेल ने घटना स्थल का मुआयना करते हुए परिजनों से जानकारी लिया।इसके बाद परिजनों की तहरीर पर शव को पीएम के लिये भेज दिया। इस बाबत सीओ राजेश कुमार राय ने बताया कि फांसी लगाकर परचून विक्रेता ने खुदकुशी कर लिया है।शव को पीएम के लिये भेजा गया है। इस दौरान परिजनों का रोते रोते बुरा हाल था।




इनसेट में........
शराब पीने का विरोध करने पर पत्नी से होता था विवाद
पत्नी बार बार रोते हुए कह रही थी कि आये दिन शराब पीने केा लेकर विवाद हो जाता था।लेकिन मेरी बात एक भी नही सुनते थे। काश बच्चों के लिये भी मान जाते तो ऐसा कदम नहीं उठाते। ऐसा कर लेगे किसी को विश्वास नहीं था।




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