रिपोर्टर/अमित कुमार। सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के बहरवानी गांव के समीप एक क्लीनिक संचालक के सुई लगाते ही मरीज की हालत खराब हो गयी। थोड़ी देर बाद घर पहुंचने पर युवक की हालत गंभीर होने पर सीएचसी से जिला हास्पीटल ले गये। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।युवक की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। घटना को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने बहरवानी चौराहे पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। परिजन मुआवजा और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।वही क्लिनिक संचालक भीड़ देख दुकान बंदकर फरार हो गया। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिये भेज दिया।
बहरवानी (मड़ियवा) गांव निवासी स्व.रामजी चौहान के दो पुत्र हरबंश चौहान और परमहंस चौहान थे। 47 वर्षीय परमहंस को गुरुवार दाँत में दर्द और हल्का बुखार महसूस हुआ। तो अपने दामाद संदीप चौहान के साथ बहरवानी चौराहा स्थित क्लीनिक संचालक के पास पहुचे । क्लीनिक संचालक ने चेक करने के बाद सुई लगाई। सुई लगाते ही परमहंस को उल्टी हुई और बेसुध हो गए। आनन-फानन में परिजन और ग्रामीण सकलडीहा सीएचसी लेकर पहुचे जहा डॉक्टरों ने जिलाचिकित्सालय रेफर कर दिया। जांच के दौरान चिकित्सको ने परमहंस को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुन परिजन और ग्रामीण चतुर्भुजपुर,तुलसीआश्रम मार्ग पर बहरवानी चौराहे पर जाम लगा दिया। परमहंस को दो पुत्र दीपक विवेक और चार पुत्री ज्योति,उजाला,प्रिया और पूर्णिमा सहित पत्नी दुर्गावती देवी का रो-रोकर बुरा हाल रहा।कोतवाली पुलिस ग्रामीणो को समझाबुझा रहे थे।लेकिन परिजन और ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े थे। इस बाबत कोतवाल हरिनारायण पटेल ने बताया कि शव को पीएम के लिये भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई की जायेगी।
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