रिपोर्टर/अमित कुमार सकलडीहा सकलडीहा राजवाहा लम्बे समय से सिल्ट से पटा हुआ है। साफ सफाई धीमी गति से शुरू होने से किसानों में आक्रोश है। किसानो ने साफ सफाई के नाम पर खानापूर्ति करने का आरोप लगाया है। किसानों ने रूपेठा से लेकर अमावल खोर फुल्ली तक राजवाहा की सिल्ट सफाई कराने की मांग किया है। जबकि चार जनवरी से नहरों में पानी छोड़ा जाना है।
जिलाधिकारी ने नवबंर माह में ही युद्धस्तर पर नहरो,राजवाहो और ड्रेनों की साफ-सफाई का निर्देश दिया था। इसके बाद भी राजवाहों की साफ सफाई को लेकर विभागीय अधिकारी और ठेकेदार कोरमपूर्ति कर रहे है। सकलडीहा राजवाहा की सफाई 20 दिसम्बर के बाद कच्छप गति से शुरू हुई है।जबकि 4 जनवरी को राजवाहों में पानी छोड़ा जाना है। 15 किलोमीटर लंबी राजवाहा को एक पोकलेन मशीन कैसे सिल्ट सफाई हो पायेगी। जबकि नहर मिट्टी की सिल्ट,करेम व घासफूस से पटा हुआ है। किसानों ने आरोप लगाया कि दो चार किलोमीटर नहरों की साफ सफाई के बाद छोड़ दिया जाता है। ऐसे में नहर तो दूर डे्रन और कुलावा तक पानी नहीं पहुंचने पर किसानों को काफी समस्या होती है। इस बाबत जेई इन्द्रदेव यादव ने बताया कि पूरे नहर की साफ सफाई कराये जाने का निर्देश है।
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